नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट को टक्कर देने के लिए पतंजलि उत्पाद लाए थे। उन्होंने काफी हद तक उन कंपनियों को टक्कर दी भी थी लेकिन अब इन कंपनियों ने भी इसकी काट निकाल ली है। हिंदुस्तान यूनीलीवर कंपनी ने बाजार में बाबा रामदेव के दंतकांति को टक्कर देने के लिए वेदशक्ति टूथपेस्ट उतारा है।
वेदशक्ति टूथपेस्ट के बारे में कंपनी का बयान
पतंजलि के दंतकांति के मुकाबले में कॉलगेट प़ॉलमोलिव ने नया आर्युर्वेदिक टूथपेस्ट कॉलगेट सिबाका वेदशक्ति बाजार में लाने का ऐलान किया है। कंपनी का दावा है कि ये दंतकांति से सस्ता होगा। फिलहाल, पतंजलि ने नाम को लेकर हमला बोल दिया है।
दांतों को चमकाने में मचा घमासान
दांतों को चमकाने के लिए घमासान मचा है। योगगुरु स्वामी रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के दंतकांति ने टूथपेस्ट के बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत की तो भला इस बाजार की सबसे बड़ी कंपनी कॉलगेट पॉलमोलिव कैसे पीछे रहती। पहले तो नीम और नमक वाला टूथपेस्ट बाजार में उतारा और अब विशुद्ध रुप से पहला देसी आयुर्वेदिक टूथपेस्ट कॉलगेट सिबाका वेदशक्ति बाजार में लेकर आयी है।
अमेरिका में किया गया ऐलान
अमेरिका में तिमाही नतीजों के ऐलान के बाद विश्लेषकों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में कंपनी ने बताया कि भारत में उपभोक्ता प्राकृतिक तत्वों में ज्यादा विश्वास करता है। पिछली तिमाही में हमने आपको टूथपेस्ट को लेकर किए दो पहल, नीम के साथ वाले कॉलगेट एक्टिव सॉल्ट और लांग के साथ वाले कॉलगेट सेंसेटिव की जानकारी दी थी। अब इस तिमाही में तीसरा टूथपेस्ट सिबाका सब-ब्रांड के तहत कॉलगेट सिबाका वेदशक्ति के नाम से लांच किया जा रहा है। यह टूथपेस्ट प्राकृतिक तत्वों की अच्छाइयों से लेस होगा जिससे दांतों की परेशानी को दूर रखने में मदद मिलेगी।
वेदशक्ति टूथपेस्ट नाम को लेकर पतंजलि का विरोध
बाजार में जहां पतंजलि का 100 ग्राम का दंतकांति का पैक 40 रुपये में उपलब्ध है वहीं कॉलगेट पॉलमोलिव ने वेदशक्ति के 175 ग्राम के पैक की कीमत 50 रुपये रखी है। फिलहाल, पतंजलि उत्पाद के ब्रांड नाम को लेकर आपत्ति जतायी है। योगगुरु रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजरावाला ने ट्वीट कर लोगों को वेदशक्ति को ना कहने को कहा। उनका मानना है कि यह नाम भारतीय संस्कृति पर सीधे-सीधे हमला है जहां वेद की भगवान की तौर पर पूजा होती है।
बाजार में अकेले सात हजार करोड़ का योगदान है टूथपेस्ट का
दांतों की सफाई-सुथराई और उन्हें सुरक्षित रखने यानी ओरल केयर का बाजार करीब 15 हजार करोड़ रुपये का है जिसमें टूथपेस्ट अकेले सात हजार करोड़ रुपये का योगदान करना है। टूथपेस्ट के इस बाजार में कॉलगोट पॉलमोलिव 55 दशमलव सात फीसदी हिस्से पर काबिज है जबकि बाजार के जानकारो की मानें तो पतंजलि की हिस्सेदारी 7-8 फीसदी तक पहुंच चुकी है। फिलहाल, पतंजलि बाजार में बढ़ते मुकाबले से बेफिक्र दिख रही है। योगगुरु स्वामी रामदेव पहले ही कह चुके हैं को उनकी कंपनी कोलगेट का गेट बंद कर देगी जबकि नेस्ले की चिड़िया फुड़ कर देगी। ध्यान रहे कि नेस्ले के मैगी के मुकाबले में रामदेव ने बाजार में नूडल्स उतारा है।