सांसद यौनशोषण करे ये कोई नयी बात नहीं है लेकिन इसमें नया यह है कि उसकी मौत के बाद भी जांच जारी रहे और खुलासे सामने अाते जाएं। इसी तरह सांसद रहे लॉर्ड जेनर की मौत के बाद उनकी रंगीनमिजाजी के किस्से सामने आए हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने 1950 से लेकर 1988 के बीच कई बच्चों और लड़कियों का यौन शोषण किया।
सांसद यौनशोषण में आरोपित ब्रिटेन के पूर्व MP रहे जेनर की पिछले साल दिसंबर में 87 साल की उम्र में मौत हो गई थी। मौत से कुछ ही दिन पहले उन्हें चाइल्ड सेक्स के आरोपों के ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए अनफिट घोषित किया गया था।
सांसद यौनशोषण में मौत के बाद भी जारी रही जांच
लॉर्ड जेनर की मौत के बाद चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज केस में एक इंडिपेंडेंट इंक्वायरी चल रही थी। पहली सुनवाई के दौरान वकील बेन इमर्सन से कहा, “साफ शब्दों में कहूं तो जेनर पर बच्चों के यौन शोषण और कई तरह के सेक्सुअल अपराधों जिन्हें इस समय रेप की कैटेगरी में रखा जा सकता है, का आरोप है।”
जेनर पर आरोप लगा है कि ये सारी घटनाएं बच्चों के घर और होटल्स में 1955 से 1988 के बीच हुई। इन सारे आरोपों के आधार पर इमर्सन का दावा है कि लॉर्ड जेनर ने बतौर MP अपनी पोजीशन का दुरुपयोग किया था।
इमर्सन ने बताया कि 30 पीड़ितों में से 12 को ट्रायल के दौरान सबूत देने के लिए चुनाव गया था। इस मामले में 17 शिकायतें मिली थीं। डायरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रॉसीक्यूशंस एलिसन सांडर्स ने फैसला किया था कि जेनर पर कोई आरोप ना लगाए जाएं क्योंकि वे डिमेंशिया से पीड़ित हैं। लेकिन इसे एक इंडिपेंडेंट रिव्यू के जरिए बाईपास कर दिया गया।
सन 2012 से 2014 के बीच बच्चों के यौन शोषण के 50 हजार से अधिक मामले सामने आए। लेकिन अनधिकृत तौर पर यह आंकड़ा बहुत अधिक हो सकता है इसी कारण इस जांच को महत्व दिया गया।