क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा भी देश है जो कम जन्मदर और अपने बूढ़े होते समाज का संकट झेल रहा है। यहां के जवान लड़के लड़कियों के लिए शादी और सेक्स जैसे फालतू के काम के लिए वक्त नहीं है।
एक 18 साल के लड़के नाकामुरा से जब पूछा गया कि उसका किसी लड़की के साथ डेटिंग करने का मन नहीं होता। उसने कहा कि मेरा मतलब है कि मुझे ध्यान देना होगा कि मुझे क्या पहनना है और मुझे अपना दिमाग इस ओर लगाना होगा कि उसको डेट के लिए कहां ले जाऊं… ये बहुत अधिक उबाऊ काम है। वह अकेले रहने में खुश है। उसने कहा कि किसी के साथ डेट पर जाने के अलावा भी खेलने के लिए बहुत सी चीजें हैं वीडियो गेम हैं, दोस्तों के साथ रात भर करने के लिए चैटिंग है। टोक्यो में एक स्कूल के अधिकांश लोगों ने कभी सेक्स किया ही नहीं। उनका कहना है कि वह उसके बिना ठीक हैं। तीस साल की उम्र के करीब उनके मन में एक बार शादी का विचार आया लेकिन फिर उन्होंने इसे असंभव मान लिया।
अध्ययन बताते हैं कि जापान में ऐसे लोगों की तादाद बढ़ रही है जो शादी, सेक्स और प्यार के बारे में नकारात्मक विचार रखते हैं या उससे दूर रहना चाहते हैं। यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो निश्चय ही जापान अपनी आबादी में एक बड़ी गिरावट की ओर बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें तमाम कारण काम कर रहे हैं जिसमें इंटरनेट युग का आना। महिलाओं में बढ़ती आर्थिक असुरक्षा, करियर बनाने के प्रति अवसरों का लाभ उठाने की उनकी ललक शामिल है
अध्ययन में पाया गया कि देश के 74.3 प्रतिशत 20 साल के युवा किसी रिलेशनशिप में नहीं हैं। जबकि 1996 में यह आंकड़ा 50 फीसद था।
2015 में 20 से 20 साल की एज ग्रुप के 7000 लोगों के सर्वे में पाया गया था कि अपनी बीस साल की उम्र तक वह किसी रिलेशनशिप में नहीं थे। क्योंकि उनकी सोच थी कि रोमांस उबाऊ काम है या और भी गम हैं मोहब्बत के सिवाय जमाने में। बिना सेक्स के रहने की प्रवृत्ति बढ़ रही है खासकर के पुरुषों में ये बहुत ज्यादा है।
इसी तरह जापान फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन के सर्वे में पुरूषों में बीस साल तक पहुंचते पहुंचते सेक्स के लिए नो इंटरेस्ट की भावना जो 2008 में 8.3 प्रतिशत थी वह 2014 में बढ़कर 21.6 प्रतिशत हो गयी।
इसीतरह से सर्वे में इस बात का भी खुलासा किया गया कि 2002 में जहां 8.6 प्रतिशत आदमी बच्चे नहीं चाहते थे, 2012 में बढ़कर 15.8 प्रतिशत हो गया था। इसीतरह से महिलाओं का प्रतिशत 7.2 से बढ़कर 11.6 हो गया था।
क्यों युवा शादी और सेक्स से विमुख हो रहे हैं इसके कारणों पर प्रकाश डालते हुए विशेषज्ञ कहते हैं कि अपने मातापिता के असफल वैवाहिक जीवन को देख कर उनमें ये भावना पनपी। 2014 में एस सर्वे में यह भी पाया गया कि जापान में 44.6 फीसद शादीशुदा जोड़े नियमित सेक्स नहीं करते। इसलिए युवाओ का सेक्सुअल रिलेशन में कोई रोल मॉडल नहीं है।
दूसरे जापान में बच्चों को रेप और टीनएज सेक्स से जुड़े अबार्शन को लेकर ऐसी शिक्षा दी जाती है कि उनका सेक्स से मोहभंग हो जाता है और वह अपना दिमाग दूसरे कामों की ओर लगा देते हैं।